30 best love quotes in hindi Please share the status on whatsapp and fb if you like the collection 30 best love quotes in hindi
जितना तुम्हारा दीदार होता है ,
मुझे तुमसे इश्क़ उतनी बार होता है।
@छू लेते हैं तेरे एहसास को
बंद आँखों से भी...,
तुझे महसूस करने के लिए तू सामने हो ये ज़रूरी नही..!
@कभी तो अपनी शायरियों से ये साबित कर दो,
कि मौहब्बत तुम भी हम से लाजवाब और बेइंतहा करते हो!!
@मेरे दिल में आ बसे हो तुम.....!!
आखिर देखा क्या है इस वीराने में तुमने......
@तलब ऐसी कि सांसों में समा लूं तुझे,
किस्मत ऐसी कि देखने को मोहताज हूं तुझे
@कभी तो अपनी शायरियों से ये साबित कर दो..
कि मौहब्बत तुम भी हम से लाजवाब और बेइंतहा करते हो...
@सिर्फ "सुकून" ढूंढ़िए "जरूरत" तो कभी "खत्म" नही होगी..!!
@तलब ऐसी कि सांसों में समा लूं तुझे,
किस्मत ऐसी कि देखने को मोहताज हूं तुझे
@क्या फर्क पड़ता हैं
असल मे हम कैसे हैं
जिसने जैसी राय बना ली,
उसके लिए तो वैसे हैं...
@काफी करीब आके लोगों को दूर जाते देखा है..
इसीलिए अब किसी की नजदीकी असर नही करती..!!
@कभी खुशहाल, कभी उदास, कभी जीत तो कभी हार होगी,
यह जिंदगी की सड़क है धीरे-धीरे पार होगी.।
@चले आया करो... ओनलाइन, कहाँ गुम रहते हो,
कितनी बार कहें, मेरी शायरियों का किरदार हो तुम ..!
@रहकर उनसे दूर कुछ यूं वक्त गुजारते हैं हम
न होंठ हिलते हैं, न आवाज आती है, फिर भी हर वक्त उन्हीं को पुकारते हैं हम
@काफ़ी कुछ बदला इस साल...
ख़ासकर वो, जिनके बदलने की उम्मीद नही थी!
@आँगन के पेड़ की शाखों से आवाज़ लगाता है मुझे....
बचपन इस तरह से खेलने को रोज़ बुलाता है मुझे....
@एक वो हैं कि जिन्हें उनकी ख़ुशी ले डूबी, एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उबरने न दिया।
@आख़िर तुम भी आइने की तरह ही निकले, जो भी सामने आया तुम उसी के हो गए।
@कभी बेपनाह बरसी कभी गुम सी है, ये बारिश भी कुछ तुम सी है.
@सच कहू तो में आज भी इस सोच में गुम हू , मै तुम्हे जीत तो सकता था जाने हारा क्यों ?
@मरने को मर भी जाऊँ कोई मसला नहीं, लेकिन ये तय तो हो कि अभी जी रही हूँ मैं !
@तुम्हारे साथ जीने की तमन्ना ने , तुम्हारे बगैर रहने पर मजबूर कर दिया।
@टूट कर चाहा था तुम्हे और , तोड़ कर रख दिया तुमने मुझे!
@होठों पर मेरे गर इजहार नही है...!!
यूँ ना समझो की मुझे प्यार नहीं है...!!!!
@ जरा भी फर्क नहीं हू-ब-हू धड़कता है,
ये दिल नहीं...मेरे सीने में तू धड़कता है।।।
@तुम आओ कभी दस्तक दो दर-ए-दिल पे...
प्यार पहले से कम हो तो शिकायत करना...
@सनम इतना तो हमे भी ऐतबार हैं अपनी बेमतलब मोहब्बत पर,
आपको इश्क़ होगा ,हमसे ही होगा और बे इन्तहा होगा..
@सो जाना अपनी दुनिया में तुम आराम से,
मेरा अभी इस रात से कुछ हिसाब बाक़ी है।
@सजने सवरने की कहाँ उसे फुर्सत होती है फिर भी माँ खूबसूरत होती है..!!
@काले जादू जैसा है ये तेरा तिलस्मी इश्क़,
दुआ और दवा सब बेअसर मालूम होती है...
@तुम्हारा जो सहारा हो गया है,
भंवर भी अब किनारा हो गया है,
मोहब्बत में भला क्या और होता,
ये मेरा दिल तुम्हारा हो गया है..!!
@उस ख़्याल पर ही
मुझे प्यार आ जाता है..
ज़िक्र जिसमें तेरा
इक बार आ जाता है..!!
@ माना कि,
ना देखा है,ना छुआ है,ना पाया है तुझको,
लेकिन, तेरे इश्क़ में
इबादत सा सुकूं आया है मुझको......!!!!!
@जब से आये हो तुम मेरी जिन्दगी में
हमें ख़ुशी बेपनाह मिली है,
तुमसे मोहब्बत हद से ज्यादा
और जीने की वजह मिली है।
@तेरी रुह जब छुऐ इश्क़ को ,
मैं उस लम्हें का गवाह बनूँ ..!
जिन आँखों को नसीब हो नजदीकियाँ तेरी, मैं वो निगाह बनूँ ..!!
@ ज़रा सी बात नहीं है, किसी का हो जाना..
एक उम्र लगती है, बुत को ख़ुदा बनाने में…!
@उसकी आँखें अगर शेर सुनाने लग जाएँ,
हम जो ग़ज़लें लिए फिरते हैं, ठिकाने लग जाएँ।
@हर शय में हर बसर में नजर आ रहा है तूं ,
सजदे में अपने सर को मै झुकाऊँ कहाँ कहाँ।
@हम इश्क नहीं लिखते अदा लिखते हैं,
जब देखते हैं तुम्हें तो दुआ लिखते हैं,
गर देखले तुझे मेरी आँखों से कोई,
जान जाएंगे हम किसे खुदा लिखते हैं....
@ की है मुहब्बत तो निभाना है ता उम्र ,
मुख्तसर ये कि अब मेरी ज़िन्दगी हो तुम।
@उनके लफ़्ज़ों की करामात ना पूछिए...
दिल पे लगते ही आंखों से निकलते हैं।
@ हमारी तो उदासी भी मुस्कान बन जायेगी,
रूकती हुई सांसे भी जान बन जायेगी,
भेज देना हवाओं में अपने प्यार की खुशबू,
वो ही हमारी खुशी का अहसास बन जाएगी...
@तालीम ना थी मुझे ज़रा भी उर्दू जबान की,
एक तेरे प्यार ने हर हर्फ का माहिर बना दिया।
@अब से पहले वीराने में दिन गुज़ारे हैं,उसके आने से मकां भी घर लगता है ।
@झुकी नज़र में होता है
क़यामत सा असर,
हुस्न कुछ और निखर जाता है
शर्माने के बाद !!!!!
@ इश्क़ में एक करार था लेकिन इश्क़ अब बरकरार थोड़ी है,
मेरी हमदर्द तो एक तुम ही हो कोई
लंबी कतार थोड़ी है।
@ क़रीब आते हुए इतने पास हो गए थे,
कि फिर बिछड़ते हुए हम उदास हो गए थे..
@हवस को इश्क़ में शामिल नहीं किया हमने,
वो जब भी जिस्म बना हम लिबास हो गए थे....
@पहली मोहब्बत की पहली गज़ल है वो ,
इश्क़ की गलती और लिखने की वजह है वो।
@कोई दिल बहला ले आपसे,इतना भी आसानी मे ना मिलिए।
@ एहसास ए मोहब्बत छुपे होते हैं शायरी के हर एक लफ़्ज़ में,
ऐसे ही नहीं लिखा जाता है इश्क़ कागज पर
@नाम होंटों पे तिरा आए तो राहत सी मिले..
तू तसल्ली है दिलासा है दुआ है क्या है..
@ये मेहबूब की खूबसूरती है,या मौहब्बत का असर है,
सारी कुदरत नज़र आये उन्हीं में जो खुद से बेखबर हैं ।
@अजीब फितूर हैं मिजाज़ ए इश्क़ का दिलकश,
नींद तुम्हें भी नहीं आती जागते हम भी रहते हैं..!!!
@मै और उसको भूल जाऊं, कैसी बात करते हो,
सूरत तो फिर भी सूरत है, वो नाम भी बहुत प्यारा लगता है !!
@हम उन को छीन कर लाए है कितने दावेदारो से,,
शफ़क़ से, चाँदनी-रातो से, फूलो से, सितारो से,
@जिंदगी के लिये जान ज़रूरी है,
जीने के लिये अरमान ज़रूरी है,
हमारे पास हो चाहे कितना भी गम,
लेकिन तेरे चहरे पर मुस्कान ज़रूरी है।
@हर एक हसीन चहरे में गुमान उसका था,
वस सका न इस दिल कोई क्योंकि ये मकान उसका था,
मिट गया हर एक गम मेरे दिल से,
लेकिन जो मिट न सका मेरे दिल से वो नाम उसका था।
@खुशी से अपना दिल आबाद करना,
हर ग़म को अपने दिल से आजाद करना,
बस आपसे एक ही गुजारिश है हमारी,
यूं ही उम्र भर हमसे हमेशा प्यार करना।
@इश्क करो तो मुस्कुरा कर,
किसी को धोखा न दो अपना बना कर,
करलो याद जब तक जिन्दा हैं,
फिर न कहना चले गये दिल में यादे बसा कर।
@जब खामोश आँखों से बात होती है,
तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
तेरे ही ख्यालों में खोये रहते हैं,
न जाने कब दिन और कब रात होती है।
@तू चाँद मैं सितारा होता,
आसमान में एक आशिया हमारा होता।
लोग तुझे दूर से देखा करते और
सिर्फ पास रहने का हक हमारा होता।
@आँखों के सामने हमने हर पल आपको ही पाया है,
हमने तो हर पल इस दिल में बस आपको ही बसाया है,
हम आपके बिना जिए भी तो कैसे,
क्या कोई अपनी जान के बिना भी जी पाया है।
@ हर एक हसीन चहरे में गुमान उसका था,
वस सका न इस दिल कोई क्योंकि ये मकान उसका था,
मिट गया हर एक गम मेरे दिल से,
लेकिन जो मिट न सका मेरे दिल से वो नाम उसका था।
@काफी करीब आके लोगों को दूर जाते देखा है..
इसीलिए अब किसी की नजदीकी असर नही करती..!!
@काफ़ी कुछ बदला इस साल...
ख़ासकर वो, जिनके बदलने की उम्मीद नही थी!
@मजाक भी अब किससे किया जाए साहिब..!
पुराने दोस्त भी अब इज्ज़त चाहते हैं..!
@चले आया करो... ओनलाइन, कहाँ गुम रहते हो,
कितनी बार कहें, मेरी शायरियों का किरदार हो तुम ..!
@तलाश कर मेरी कमी को अपने दिल में ऐ दोस्त ...
दर्द हो तो समझ लेना की मोहब्बत अभी बाकी है
@अब जुदाई के सफ़र को मेरे आसान करो,
तुम मुझे ख़्वाब में आ कर अब, ना परेशान करो..।।
@दिलों में मतलब और ज़ुबान से प्यार करते हैं
बहुत से लोग दुनिया में यही कारोबार करते हैं
@मेरे प्यार की किताब में...!!
तेरे प्यार की ख़ुशबू से पन्ने भरे पड़े हैं...!!!!
@हम सिर्फ जरूरत हैं...
जरुरी तो कोई और है...
@देर तक पढ़ती रही उसके जहन को
वही सब लिखा था जो मुझे पहले से पता था
@फ़िक्र उसका, ज़िक्र उसका, हर वक़्त, उसी के ख़्याल..
कुछ तो रहम कर, ऐ ज़िंदगी, जीने दे सुकूं से मुझे
@एक तुम्हें" खुद से बाँधें रखने को.....
बालो को खुला रखती हुँ मै.......
@कौन बदन से आगे देखे औरत को
सब की आँखें गिरवी हैं इस नगरी में
@ मैं चुप भी रहूँ तो ये झुमका,दिल की बात कह देगा तुमसे...
@कुछ सपने तुमने तोड़ दिए...
कुछ देखने हमने छोड़ दिए...
@ जो हमारे #दरमियाँ कभी थी नही,वो बात कैसे आ गयी
तेरी आंख चुपके से मुझे,तेरे दिल का रस्ता बता गयी
@बेसब्र आँखों की तड़प..
और भी बढ़ जाती है..
जब ये दिल तुम्हारीे..
दीदार की ज़िद करता है..
@बेताबियाँ,,,गुस्ताखियाँ,,, ओर मदहोशियाँ,,,
मतलब "सिर्फ तुम"
@ लिखना चाहूँ तो जज़्बात समंदर जितने...
ख़ामोश रहूँ तो ख़ामोशी आकाश मेरा...
@मुझमें रहता तू और तेरी आशनाई भी
तुझसे रौशन है आंखों की बिनाई भी
क्यू कर हुआ तकल्लुफ मिट गए सारे
साथ साथ चल रहे हम औ हमनवाई भी
जाहिर हो गई उल्फत कू ब कू जमाने में
रास आने लगी है अजब ये रुसवाई भी
तरन्नुम कर गया जिंदगी को वो साज तू है
जैसे बजता जलतरंग कही औ शहनाई भी
माजी जेहन को आज भी गुलजार करता है
थी गजल की आंख नम बेबस तन्हाई भी,
शिद्दत ही थी चिराग को बुझने नही दिया
मेहरबान हो ही गई अब खुदा की खुदाई भी
@लबों तक आए तो थे तेरे नाम के हर हुरुफ..
बन के सदा गूंजे फिज़ा में ये मुनासिब न था
@मेरे प्यार की किताब में...!!तेरे प्यार की ख़ुशबू से पन्ने भरे पड़े हैं...!!!!
@चुपचाप रहकर क्यूँ हमें मायूस करते हो...
जरा बताओ मेरे जज़्बात पढ़ कर कैसा महसूस करते हो...
@तुम सब कैसे जान जाती हो मेरे दिल में जो चलता है
तुम मेरे दिल में रहती या मेरा दिल तुमसे मिलता है
@दिल में उसकी चाहत लबों पे उसका का नाम है..!!
वफा करे या ना करे जिंदगी अब उसी के नाम है....!!!!
@मैंने तुम्हीं से चुराया है...!!
मुझे कहाँ इतना इश्क आता है...!!!!
@ खोये रहते हैं तेरी यादों में ,हम तो खुद को भूलाऐ बैठे हैं ..
@कितना अजीब रिश्ता है हम दोनो के बीच ,
एक निग़ाह नही उठाता दूसरा बोलता नही ।
@मै बोलता हूं तो इल्ज़ाम है बगावत का,
मै चुप रहूं तो बड़ी बेबसी सी होती है।
@किसी ने पूछा इश्क❤️ हुआ था क्या?
हमने मुस्कुरा कर कहा आज भी है।
@हम लबों से कह ना पाए उनसे हाल ए दिल कभी और वो समझे नही ये ख़ामोशी क्या चीज़ है।
@ मै बोलता हूं तो इल्ज़ाम है बगावत का,मै चुप रहूं तो बड़ी बेबसी सी होती है।
@किसी ने पूछा इश्क हुआ था क्या?
हमने मुस्कुरा कर कहा आज भी है।
@प्यार की भी अलग ही प्रथा है,
पल भर में हो जाता है उम्र भर के लिए
@मर्ज उसका हिज़्र है रोग ए फिराक़ है वस्ल ही ईलाज है मिलना खुराक है
@ये कैसा सरूर है तेरे इश्क का मेरे मेहरबाँ,सँवर कर भी रहते हैं बिखरे बिखरे से हम!
@आइनो के बाज़ार में खरिदार बहुत हैं...
बस कीमत नहीं लगा पाते अपने किरदार की..
@अगर मिलने का तलब हो और कोई जरिया न हो
सोचो – सामने खड़ा वो एक शख़्स भी कितना दूर लगता है
@फासले बढ़ा ही देते है इश्क को बहुत तजुर्बे कार है वो
जाहिर होने नही देते मेरी नजर में बहुत समझदार है वो
@लिखना चाहूँ तो जज़्बात समंदर जितने...
ख़ामोश रहूँ तो ख़ामोशी आकाश मेरा...
@इक हर्फ़ नहीं मुमकिन लिखना तेरे बग़ैर...!!
मेरा ख़ुद से अधूरा है रिश्ता तेरे बग़ैर...!!!!
@हजारों इल्जाम यूँ ही सह लेंगे,मगर एक तेरा ना आना इस दिल को नागावर गुजरा है...
@या खुदा अब के ये किस रंग में आईं है बहार
जर्द ही जर्द है पेड़ों पे हरा कुछ भी नहीं।
@सुनो..🥰
दो ही चीज बाकी है अब मुझ में...
एक रूह और एक तूं...
@अग़र काँटे सम्भाल सको तुम मेरी ज़िंदगी के,
तो दूँ एक गुलाब तुम्हें .. ??
@आओ आगोश में कि, इश्क का अंजाम हो जाएँ...
थोड़ा बुझें थोड़ा जलें, आज की शाम हो जाए...
@मेरी आरज़ू ए उल्फत कोई नई नहीं है
तुझे कब से चाहता हूं मुझे याद ही नहीं
@ये कैसा सरूर है तेरे इश्क का मेरे मेहरबाँ,
सँवर कर भी रहते हैं बिखरे बिखरे से हम!
@सिर्फ तुम______
फ़ुर्सत मिले तो चले आना....
रंगों में रंगने का त्यौहार नजदीक आ रहा है
@आज फिर बैठे हैं एक हिचकी के इन्तजार में.....!
देखें तो सही..कब याद करते हैं वो जालिम ....!!
@हक-ए-बंदगी इस तरह अदा किया हमने
सभी की नज़र में तुझे खुदा किया हमने !!
@आगोश में आकर पिघल जाओ, मैं धागा तुम मोम हो जाओ,
जब होश में आएंगे दोनों, कतरा कतरा जलेंगे .......
@बहुत रंग देखे हैं हमने मगर तुमसा नहीं देखा.
जिसे भी रंग दिया तुमने उतरते रंग नहीं देखा.
@वो चेहरा हाथ में ले कर किताब की सूरत
हर एक लफ़्ज़ हर इक नक़्श की अदा देखूँ
@बड़े याद आते है वो भूले बिसरे दिन,
कुछ आपके साथ, कुछ आपके बिन.....
@हसीनो की बज़्म में अगर ज़िक्र तुम्हारा ना आए
तोहिन ए हुस्न हो जाए तोहिन ए बज़्म हो जाए
@यूँ तो सिखाने को ज़िन्दगी बहुत कुछ सिखाती है ….
मगर झूठी हँसी हसने का हुनर तो मोहब्बत ही सिखाती है।
@इस आशिक़ी को आग लगे, क्या बना दिया
मंज़िल को इक निगाह में रस्ता बना दिया
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